Tuesday, October 3, 2017

मार्क्सवाद 84 (विज्ञान)

मार्क्सवाद कोई पंथ नहीं तथ्य-तर्कों के आधार पर इतिहास को समझने का गतिशील विज्ञान है जो प्रमाणित को ही सत्य मानता है, और हर संरचना का मूल अर्थ है। यह दुनिया को समझने का विज्ञान है तथा बदलने की विचारधारा जिसकी अंतिम तार्किक परिणति मानव मुक्ति है। आप 11 विंदुओं के 2 पेज का दस्तावेज है, Theses on Feurbach ऑन लाइन उपलब्ध है तथा 4-5 पेज का A Contribution to the Critique of Political Economy का Preface पढ़ लें तो आपको मार्क्सवाद की एक झलक ऐसी मिलेगी कि आप ढंग से देखने को लालायित होंगे। एक बार में नहीं समझ आए तो ध्यान से दुबारा पढ़िए। नीचे एक लिंक दे रहा हूं उसे भी पढ़िए। रुचि दिखाएं तो मैं पढ़ने की लिंक्स देता रहूंगा। अपना नजरिया और वैज्ञानिक नजरिए में फर्क यह है कि वैज्ञानिक नजरिए में स्व से ऊपर उठकर, तथ्य-तर्कों के आधार पर वस्तुस्थिति की समझ विकसित करना और वस्तुस्थिति को बेहतर बनाने के तरीकों की खोज शामिल होती है।

No comments:

Post a Comment